हाल ही में भारत सरकार द्वारा Tik Tok सहित 59 चीनी ऐप को बैन कर दिया गया था जिसके बाद से देश दुनिया में यह चर्चा का बड़ा विषय बन गया था। चीन ने भारत के इस कदम का विरोध भी किया था। चीन के विरोध के बावजूद भारत अपने फैसले से पीछे नहीं हटा। चीनी ऐप के बैन के बाद से ही लोगों में यह चर्चा आम हो गयी थी कि क्या भारत चीनी मोबाइल पर भी बैन लगाएगा?
हाल ही में फिक्की के एक कार्यक्रम में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने बिना चीन का नाम लिए कहा कि भारत अब विदेशी निवेशकों के लिए असेम्बलिंग वर्कशॉप बनकर नहीं रहेगा बल्कि अब विदेशी कंपनियों को अपनी टेक्नोलॉजी भारत के साथ शेयर करनी पड़ेगी और विदेशी कंपनियों को अपने उत्पाद अब पूरी तरह से भारत में विकसित करने होंगे।
गौरतलब हो कि विदेशी कंपनियों के बहुत से उत्पादों के असेम्बलिंग प्लांट भारत में स्थित हैं जहाँ से वह अपने उत्पादों की असेम्बलिंग कर भारतीय बाजार में उतारती हैं जबकि असेम्बलिंग में लगे कच्चे सामान का आयत विदेशों से करती हैं जिस कारण भारत उनके उत्पादों का उपयोग तो कर पाता है लेकिन उनकी टेक्नोलॉजी से अछूता रह जाता है।
मौजूदा समय में भारत में लगभग 70% चीनी मोबाइल का प्रयोग हो रहा है जिनमे Xiomi Redmi-MI, Oneplus, Vivo, Oppo, Realme, Lenovo प्रमुख हैं। इन सभी मोबाइल फ़ोन्स की मात्र असेम्बलिंग ही भारत में होती है जबकि टेक्नोलॉजी विदेशी ही रहती है। मोबाइल फ़ोन के अलावा विदेशी कंपनियां भारत में AC, Refrigerator तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की भी असेम्बलिंग करती हैं।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने भारतीय मोबाइल तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के निर्माण करने वाली कंपनियों से भी अपने उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने को कहा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल के फिक्की के कार्यक्रम में दिए बयान से कहीं न कहीं यह अंदेशा लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में भारत सरकार द्वारा विदेशी मोबाइल फ़ोन्स पर भी किसी न किसी रूप में बैन लगाया जा सकता है या उनको दिए गए व्यापार छूट में कुछ हद तक कटौती की जा सकती है।
Few Chinese Mobile Phones
Xiomi Redmi-MI
Oneplus
Vivo
Oppo
Realme
Lenovo
Meizu
Coolpad
Zopo Mobile
Huawei
Gionee
Few Indian Mobiles Phones.
Micromax
YU Televentures
Karbonn Mobile
Lava International
Xolo
Intex Technologies
I-Ball Mobile
LYF
Spice Telecom
Celkon