वर्तमान समय में कोई व्यक्ति यदि किसी मुद्दे पर अपनी बात रखना चाहता है या वह अपने मन की कोई बात लोगों से साझा करने की इच्छा रखता है तो उसके पास अनेक सोशल मीडिया नेटवर्किंग प्लेटफार्म हैं जिनके माध्यम से वह लाखों करोड़ों लोगों तक अपनी बात पहुंचा सकता है। मौजूदा समय में अनेक महत्वपूर्ण एप हैं जिनका बड़े पैमाने पर दुनिया भर के लोगों द्वारा प्रयोग किया जा रहा है जैसे कि ट्विटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम इत्यादि।
इन सभी मौजूद एप्स में ट्विटर सबसे अधिक प्रचलित एप है जहाँ कम शब्दों में अपनी बात दुनिया के सामने रखा जा सकता है परंतु अब इस एप के विकल्प के रूप में भी दूसरे एप सामने आ गए हैं जिनका लोग बहुत बड़ी संख्या में प्रयोग करना शुरू कर दिए हैं। भारत में ट्विटर के विकल्प के रूप में ‘Koo App’ बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है।
‘Koo App’ को आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत 1 मार्च 2020 को लॉन्च किया गया था। इसके फाउंडर अप्रमेय राधाकृष्णन और मयंक बीडवाटका हैं। अप्रमेय राधाकृष्णन इसके सीईओ भी हैं। महज डेढ़ साल पहले लांच इस एप को 50 लाख से ज्यादा लोगों द्वारा प्रयोग किया जा रहा है।
इस एप का पुराना नाम ‘Ku Koo Ku’ था जिसे बाद में बदलकर ‘Koo’ कर दिया गया था। इस एप की सर्विस वर्ल्डवाइड है। वर्तमान समय में यह एप इंग्लिश, हिंदी, तमिल, तेलुगु, मराठी और कन्नड़ भाषाओं को सपोर्ट करता है। अपने लॉन्चिंग के समय यह एप केवल कन्नड़ भाषा को ही सपोर्ट करता था। अभी इस एप की कुल वैल्यू लगभग 100 मिलियन डॉलर से अधिक है।
अभी हाल ही में नाइजीरिया के राष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल को ट्विटर द्वारा सस्पेंड कर दिया गया था जिसके बाद नाइजीरिया के राष्ट्रपति ने ट्विटर को अपने देश में बैन कर दिया था जिसके बाद ‘Koo एप’ के सीईओ राधाकृष्णन ने नाइजीरिया में पहले से मौजूद ‘Koo एप’ को वहां की लोकल भाषा में विस्तार करने की बात कही थी और वहां के लोगों से ‘Koo एप’ डाउनलोड करने की अपील की थी। मजे की बात यह है कि उन्होंने यह अपील ट्विटर के माध्यम से की थी।
ट्विटर का कई देशों में बैन होना भी ‘Koo’ के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कारण है जैसे कि मौजूदा समय में ट्विटर चीन, पाकिस्तान, तुर्की सहित दुनिया के 10 देशों में प्रतिबंधित है।
‘Koo एप’ के प्रचलित होने के कारण।
‘Koo एप’ के इतने कम समय में अधिक प्रचलित होने के कई कारण हैं।
1- यह एप एक सरकारी अभियान को चैलेंज के रूप में स्वीकार कर विकसित किया गया जिससे इसे सरकार का पूरा सहयोग मिला।
2- इस एप ने दूसरे सोशल नेटवर्किंग प्लेटफार्म के द्वारा जमकर अपनी ब्रैंडिंग की।
3- इस बीच जब–जब लोगों या किसी बड़े सेलिब्रिटी अथवा राजनीतिज्ञ को ट्विटर पर ब्लॉक किया गया तो ‘Koo एप’ के सीईओ ने खुद उन्हे ‘Koo’ ज्वाइन करने का आग्रह किया। जैसे कंगना रनौत को ट्विटर द्वारा बैन करने के बाद अप्रमेय राधाकृष्णन ने स्वयं उन्हे ‘Koo एप’ ज्वाइन करने के लिए कहा था।
4-‘Koo’ एक भारतीय एप है जिसके कारण भारत में इसे और अधिक डाउनलोड किया गया।