देशभर में पिछले कई महीनों से नए किसान बिलों को लेकर धरना-प्रदर्शन जारी हैं। इस धरना-प्रदर्शन के कारण देश के बहुत से लोग महीनों से अपने घर नही जा पाएं हैं। ऐसे में अब यदि उनके बच्चों की शादी के दिन नजदीक आ जाए तो वे क्या करें? इसका बहुत ही अनोखा उपाय निकालते हुए मध्य प्रदेश के रीवा के किसान रामजीत सिंह और विष्णुकांत ने अपने बच्चों की शादी धरनास्थल पर ही करने का विचार कर लिया।
दरअसल रामजीत सिंह और विष्णुकांत पिछले 75 दिनों से धरनास्थल पर ही टिके हैं। रामजीत सिंह के बेटे सचिन और विष्णुकांत की बेटी आसमा की शादी पहले ही तय हो चुकी थी लेकिन वे लोग धरना-प्रदर्शन में ही व्यस्त थे। इसलिए उन्होंने सोचा कि इस शादी को धरनास्थल पर ही सम्पादित किया जाएगा। फिर क्या था दुल्हन आसमा बारात लेकर धरना स्थल पर पहुँच गईं और अन्य किसानों के समक्ष दोनों लोगों का विवाह संपन्न हो गया।
सभी प्रदर्शनकारी बाराती बन गये और उन्होंने नवविवाहित जोड़े को सदा सुखी रहने का आशीर्वाद भी दिया। रामजीत सिंह ने कहा कि उपहार स्वरुप मिले सामानों का प्रयोग धरनास्थल पर ही किया जायेगा।