लगभग हम सभी ने अपने जीवन में स्कूल बस जरुर देखा होगा और यह भी देखा होगा कि जितने भी स्कूल बस या वैन होते हैं सभी के सभी पीले रंग में रंगे होते हैं। स्कूल बस का रंग पीला होना हमारे लिए बहुत आम बात है लेकिन क्या कभी किसी ने ये जानने का प्रयास किया है कि स्कूल बस आखिर पीले रंग में ही क्यूँ रंगा जाता है। चलिए यदि किसी ने सोचा है तो बहुत अच्छी बात और यदि नही सोचा है तो आज मैं बताता हूँ कि स्कूल बस को आखिर पीले ही रंग में क्यों रंगा जाता है।
वर्ष 1939 में उत्तरी अमेरिका में इस नियम को सबसे पहले लागू किया गया। दरअसल एक कांफ्रेंस में अमेरिका के एक शिक्षाविद डॉ. फ्रैंक डब्ल्यू. कीर ने स्कूल बसों को पीले रंग में रंगने की बात कही थी। स्कूल बसों को पीले रंग में रंगने के कई कारण बताये गए।
पीले रंग की आकर्षण क्षमता बहुत अधिक होती है। हालाँकि लाल रंग सबसे अधिक आकर्षण क्षमता वाला रंग होता है लेकिन उसे पहले ही खतरे के सूचक के रूप में प्रयोग किया जाता रहा है इसलिए उसके बाद सबसे आकर्षण क्षमता वाले पीले रंग को स्कूल बसों के लिए सबसे उचित बताया गया।
पीला रंग दूर से ही आसानी से दिखाई देता है, अतः इसे स्कूल बस के लिए ठीक समझा गया।
पीले रंग की परिधीय दृष्टि क्षमता लाल रंग के अपेक्षा 1.24 गुना अधिक होती है।
पीले रंग को बारिश, कोहरे और अँधेरे में भी आसानी से देखा जा सकता है।
अतः उपरोक्त गुणों के वजह से स्कूल बसों को पीले रंग में रंगा जाता है ताकि स्कूल बसों को दुर्घटना से बचाया जा सके।