दक्षिण भारतीय राज्य केरल प्रकृति को करीब से महसूस करने का सबसे उपयुक्त स्थान है। केरल राज्य को कई तरह के प्राकृतिक वरदान मिले हैं। जिनमे में यहाँ की नदियां, पहाड़ी क्षेत्र, खूबसूरत पेड़ों से सजे जंगल, झीलें, समुद्री तट इत्यादि। आज हम केरल राज्य के समुद्री तटों अर्थात समुद्री बीचों के बारे में विस्तृत बात करेंगे।
केरल के 10 प्रमुख बीच (10 Famous Beaches of kerala):
1- कोवालम बीच (Kovalam Beach):
कोवालम बीच केरल राज्य के प्रमुख शहरों में शामिल त्रिवेंद्रम से 13 किलोमीटर दूर दक्षिण दिशा में स्थित है। यह केरल राज्य के सबसे अधिक विकसित समुद्री तटों (Beaches) में से एक है। इस शहर का नाम ‘कोवालम’ पड़ने का मुख्य कारण यहाँ पर बड़ी मात्रा में विकसित नारियल के पेड़ हैं क्यूंकि कोवालम शब्द का अर्थ ‘नारियल का कब्र’ होता है।
कोवालम में मुख्यतः 3 समुद्री तट (Beaches) हैं जिन्हे लाइट हाउस बीच (Light House Beach), हव्वाह बीच (Hawwah Beach) और समुद्र बीच (Samudra Beach) के नाम से जाना जाता है। लाइट हाउस बीच (Light House Beach) और हव्वाह बीच (Hawwah Beach) पर्यटकों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है।
कैसे पहुंचे:
यहाँ का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन त्रिवेंद्रम रेलवे स्टेशन है जहाँ से कोवालम बीच की दूरी लगभग 16 किलोमीटर तथा यहाँ का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट त्रिवेंद्रम इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं जहाँ से कोवालम बीच की दूरी लगभग 10 किलोमीटर है।
2- बेकाल फोर्ट बीच (Bekal Fort Beach):
केरल के प्रमुख समुद्री तटों (beaches) में बेकाल फोर्ट बीच का नाम भी शामिल है। केरल का यह समुद्री तट (Beach) राज्य के सबसे उत्तरी सीमा अर्थात कर्नाटक राज्य से लगी सीमा के नजदीक केरल राज्य के कासरगढ़ जिले में स्थित है। यह बीच केरल के सबसे प्रमुख समुद्री तटों में से एक है। यह कासरगढ़ फोर्ट के किनारे स्थित है। इस समुद्री तट से खूबसूरत नज़ारे का आनंद लिया जा सकता है। लोग यहाँ के सूर्यास्त के बड़े दीवाने हैं। इस बीच को केरल के स्वर्ग के नाम से भी जाना जाता है। यह केरल के सबसे बड़े हनीमून डेस्टिनेशन में से एक है। यहाँ पर कई दर्शनीय स्थल हैं जैसे अंजनेय मंदिर, लेटराइट से बनी थेय्यम कलाकृति, टीपू सुल्तान द्वारा बनवाया गया प्राचीन मस्जिद इत्यादि।
कैसे पहुंचे:
यहाँ का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कान्हागढ़ रेलवे स्टेशन है जो 10 किलोमीटर दूर तथा कासरगढ़ रेलवे स्टेशन है जो कि लगभग 15 किलोमीटर दूर है। मंगलोर इंटरनेशनल एयरपोर्ट यहाँ का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है जो कि कर्नाटक राज्य में स्थित है और यहाँ से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
3- कोझिकोड समुद्री तट (Kozhikode Beach):
कोझिकोड बीच की छटा अपने आप में सबसे निराली है। यह बीच केरल के तटीय जिले कोझिकोड में स्थित है। यहाँ प्रतिदिन सूर्यास्त की खूबसूरती को निहारने वाले और उसे अपने सुन्दर यादों में समेटने वाले लोगों की भीड़ लगती है। लोग यहाँ के सूर्यास्त को देखना बहुत अधिक पसंद करते हैं। सी-फ़ूड (Sea Food) के शौक़ीन भी यहाँ खूब पहुँचते हैं क्यूंकि केरल में कोझिकोड बीच ताजे सी-फ़ूड (Sea Food) का सबसे बड़ा डेस्टिनेशन हैं। बच्चों के लिए यहाँ पर लायन पार्क के साथ-साथ मरीन वाटर एक्ववेरियम (Marine Water Aquarium) भी है।
ऐतिहासिक महत्व:
कोझिकोड बीच का ऐतिहासिक महत्व भी अपने-आप में इसे खास बनाता है। भारत को दुनिया से रूबरू करवाने वाले वास्को-डी-गामा भी सबसे पहले इसी बीच पर पहुंचे थे। दुनिया भर से मसालों के व्यापार के लिए कोझिकोड बीच का ऐतिहासिक महत्व रहा है। इसी बीच से सभी व्यापार संपन्न होते थे।
कैसे पहुंचे:
कोझिकोड बीच पहुँचने के लिए रेलवे मार्ग के साथ-साथ हवाई मार्ग से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है। रेलवे मार्ग के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कोझिकोड रेलवे स्टेशन है जो कि कोझिकोड बीच से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर है। हवाई मार्ग से पहुँचने के लिए सबसे नजदीक का हवाई अड्डा ‘कालीकट इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ है जिसकी दूरी लगभग 30 किलोमीटर है। सड़क मार्ग की बात करें तो नेशनल हाईवे-966 (NH-966) से कोझिकोड शहर पुरे देश से जुड़ा हुआ है।
4- चेराई बीच (Cherai Beach):
चेराई बीच भी केरल राज्य का एक प्रमुख बीच है। यह बीच स्विमिंग के शौक़ीन लोगों के लिए सबसे उपयुक्त बीच है। केरल राज्य के कोच्चि शहर के पास ही यूपीन आइलैंड (Vypin Island) के आस-पास के क्षेत्र में यह बीच स्थित है। यह कम व्यस्त बीच है और यहाँ का पानी बहुत ही साफ़ है। चेराई बीच बहुत ही शांतप्रिय बीच है। पूरे केरल सहित दुनिया भर के अलग-अलग देशों से लोग यहाँ पहुँचते हैं।
कैसे पहुंचे:
कोच्चि से चेराई बीच की दूरी लगभग 25 किलोमीटर है। कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से चेराई बीच की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है। चेराई बीच का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन है जिसकी दूरी लगभग 30 किलोमीटर है।
5- वरकाला बीच (Varkala Beach):
वरकाला बीच केरल के प्रमुख बीचों (Beaches) में से एक है। यह बीच अपने आप में एक सम्पूर्ण पैक की तरह है। यहाँ पर्यटकों को बीच पर मस्ती के साथ-साथ प्राचीन मंदिरों के दर्शन सहित अनेक खूबसूरत वादियों का दीदार करने का अवसर प्राप्त होता है। वरकाला बीच से कुछ ही दूरी पर 2000 वर्ष पुराना विष्णु मंदिर है जहाँ श्रद्धालुओं की अच्छी-खासी भीड़ भगवान् विष्णु के दर्शन हेतु जमा होती है। यहीं पास में ही शिवगिरि मठ भी स्थित है। वरकाला आयुर्वेद के क्षेत्र में उभरता हुआ स्थल है। यहाँ आयुर्वेद के माध्यम से अनेक बिमारियों को ठीक करने हेतु कई केंद्र स्थापित है। यहाँ लोग शारीरिक थकान दूर करने हेतु विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक मसाज केंद्रों में पहुँचते हैं।
वरकाला बीच को पापनाशम बीच के नाम से भी जाना जाता है। वरकाला से कुछ ही दूरी पर स्थित एक प्राकृतिक झरने के बारे में ऐसी मान्यता है कि यहाँ स्नान करने वाले लोग अपने पाप से मुक्त हो जाते हैं। उनके शरीर में व्याप्त अशुद्धियाँ दूर हो जाती हैं। अतः यहाँ लोगों की भीड़ भारी मात्रा में इकट्ठी होती है।
कैसे पहुंचे:
वरकाला बीच केरल राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम के पास ही स्थित है। यहाँ का निकटतम रेलवे स्टेशन वरकाला रेलवे स्टेशन है जहाँ से बीच की दूरी लगभग 5 किलोमीटर है। वरकाला बीच से निकटतम एयरपोर्ट त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट है जिसकी दूरी लगभग 60 किलोमीटर है।
6- अलप्पुझा बीच (Alappuzha Beach):
यह बीच केरल राज्य के अलप्पुझा जिले में स्थित है। अलप्पुझा बीच लोगो के बीच आकर्षण का बड़ा केंद्र है। इस बीच को अल्लेप्पी बीच के नाम से भी जाना जाता है। केरल के इस बीच पर विभिन्न प्रकार के आयोजन आयोजित किये जाते हैं। यहाँ पर प्रतिवर्ष सैंड आर्ट, अलप्पुझा बीच फेस्टिवल सहित अनेक तरह के फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। यहाँ करीब 150 साल पुराना समुद्री घाट है जो समुद्र तक फैला है।
कैसे पहुंचे:
अलप्पुझा बीच जाने के लिए सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन अल्लेप्पी रेलवे स्टेशन है। अल्लेप्पी रेलवे स्टेशन की दूरी बीच से 14 किलोमीटर है। अलप्पुझा बीच का निकटतम एयरपोर्ट कोचीन एयरपोर्ट है जिसकी दूरी लगभग 80 किलोमीटर है।
7- मीनकुन्नू बीच (Meenkunnu Beach):
मीनकुन्नू बीच एकांतवाश में सुकून के कुछ पल बिताने के शौकीनों के लिए बेहद खास जगह साबित हो सकती है। यह बीच केरल राज्य के कन्नूर जिले में स्थित है। इस बीच पर पर्यटकों को गोल्डन रेत के साथ सजे खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य दिखाई पड़ते हैं। यदि आप अपने व्यस्त दिनचर्या से ऊब गए हैं तो आपको अवश्य यहाँ जाना चाहिए और इस शांत वातावरण में समुद्र के आते-जाते लहरों के सामने बैठकर स्वयं को ठीक से जानने की छोटी सी कोशिश करनी चाहिए। यह बीच केरल के सभी बीचों में बेहद खास स्थान रखता है।
कैसे पहुंचे:
मीनकुन्नू बीच की दूरी अपने निकटतम एयरपोर्ट कन्नूर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लगभग 11 किलोमीटर है। यहाँ पहुँचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन कन्नूर रेलवे स्टेशन है जिसकी दूरी भी 11 किलोमीटर है।
8- कप्पिल बीच (Kappil Beach):
कप्पिल बीच भी मीनकुन्नू बीच की तरह ही एक बेहद शांत बीच है। यह बीच भी केरल राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम के नजदीक ही है। यह बीच लव बर्ड्स, मैरिड कपल्स सहित लेखकों, कवियों, विचारकों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है। इस बीच की शांति लोगों के मन को अत्यंत सुकून और शांति प्रदान करती है।
कैसे पहुंचा:
इस बीच की दूरी वरकला से मात्र 7 किलोमीटर है तथा यहाँ का निकटतम एयरपोर्ट त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट है जिसकी दूरी लगभग 80 किलोमीटर है।
9- पय्यम्बलम बीच (Payyambalam Beach):
पय्यम्बलम बीच केरल राज्य के कन्नूर टाउन के पास ही स्थित है। यह बीच अपने सुन्दर और प्राकृतिक दृश्य के लिए केरल सहित देश भर में प्रसिद्ध है। इसकी अनुपम सुंदरता के कारण ही साउथ इंडियन फिल्मों की शूटिंग के लिए यह एक बेहद उपयुक्त जगह है। यह बीच तैराकी के शौकीनों के लिए भी खास और माकूल जगह है। इस बीच पर कन्नूर टाउन के लोकल लोग अपने फैमिली के साथ पिकनिक मनाने पहुंचते रहते हैं।
कैसे पहुंचे:
इस बीच के दूरी कन्नूर से मात्र 2 किलोमीटर ही है। यहाँ का नजदीकी एयरपोर्ट कन्नूर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है जिसकी दूरी लगभग 30 किलोमीटर है।
10- कोल्लम बीच (Kollam Beach):
अरब सागर से लगा यह बीच अपने अनुपम छटा के साथ-साथ यहाँ आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के लिए भी प्रसिद्ध है। यह बीच प्रतिदिन हजारों लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। एक समय ऐसा भी था जब यह बीच चीनी जहाजों तथा चीनी व्यापारियों के लिए प्रसिद्ध था। आज भी यहाँ चीनी उत्पाद बहुतायत मात्रा में दिखाई पड़ते हैं। परिवार के साथ सुकून के कुछ पल बिताने के लिए यह बेहद खास जगह है।
कैसे पहुंचे:
कोल्लम बीच का निकटतम रेलवे स्टेशन कोल्लम रेलवे स्टेशन है जिसकी दूरी लगभग 4 किलोमीटर है। यहाँ का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट है जिसकी दूरी लगभग 70 किलोमीटर तक है।