दुनिया में मौजूद प्रत्येक प्राणी चाहे वह मानव हो, पक्षी हो, जानवर हो या पेड़-पौधें हों सभी के लिए भोजन अति आवश्यक होता है। यदि उन्हें उनके अनुरूप भोजन ना मिले तो उनकी मृत्यु हो जाती है। मानव जाति के अलावा बाकि बचे सभी प्राणी प्राकृतिक रूप से जो भी उन्हें मिलता है वे ख़ुशी-ख़ुशी उसे ग्रहण कर अपना जीवन यापन करते रहते हैं। परन्तु पृथ्वी पर मानव एकलौता ऐसा प्राणी है जो अपने खाद्य पदार्थों के साथ हमेशा प्रयोग करता रहता है। कुछ महान मानव आत्माएं तो ऐसे हैं कि जो खाने के साथ-साथ खाने के तरीके में भी प्रयोग कर लेते हैं और पूरी दुनिया को अपने इस अद्भुत प्रयोग क्षमता से चकित कर देते हैं। आज हम बात करने जा रहे हैं ऐसे ही एक अद्भुत प्रयोग के साथ ताइवान की राजधानी ताइपे में संचालित हो रहे ‘द मॉडर्न टॉयलेट रेस्टोरेंट’ के बारे में।
‘द मॉडर्न टॉयलेट रेस्टोरेंट’:
जैसा कि नाम से ही आप लोगों ने कुछ-कुछ अंदाजा लगा ही लिया होगा इस रेस्टोरेंट में क्या होता होगा, परन्तु हो सकता हो कि आप सभी अपने-अपने हिसाब से अलग-अलग अंदाजा लगा लिए हों और यह भी संभव है कि कुछ लोग अत्यंत भयानक अंदाजा लगा लिए हों। इसीलिए बेहतर है कि आप लोगों के दिमाग में और अधिक खतरनाक विचार आये और आप मन ही मन अजीब-अजीब चीजें सोचना शुरू करें उसके पहले मैं ही आप लोगों को इस अद्भुत रेस्टोरेंट के बारे में अवगत करा दूँ।
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क्या ख़ास है इसमें:
नाम सुनने के बाद लोगों के दिमाग में जो ख्याल आएगा उसके विपरीत यहाँ पर बड़े ही लजीज पकवानों को अपने मेहमानों के लिए परोसा जाता है और उसे खाकर मेहमान बहुत खुश भी होते हैं परन्तु इस रेस्टोरेंट की जो सबसे खास बात है वह इसके खाना परोसने के तरीके में हैं। दरअसल यह एक टॉयलेट थीम रेस्टोरेंट है अर्थात यहाँ मौजूद हर एक चीज चाहे हो खाने के प्लेट्स हों, कप हो या खाना परोसने के लिए प्रयोग किये जाने वाले बर्तन हो। सभी के सभी टॉयलेट थीम पर आधारित हैं। आसान शब्दों में कहें तो यहाँ मौजूद सभी चीजों को टॉयलेट के आकार में बनाया गया है। जिस कुर्सी पर बैठकर आप खाना खाएंगे उस कुर्सी से लेकर वहां मौजूद सभी चीजें टॉयलेट के रंग-रूप में रंगी हुई हैं।
इस रेस्टोरेंट के ऊपज का कारण:
जब इस रेस्टोरेंट के मालिक डाओ मिंग जी से टॉयलेट थीम पर आधारित रेस्टोरेंट खोलने के वजह के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “मैं एक जैपनीज़ कार्टून करैक्टर डॉ. स्लंप से प्रेरित हुआ था जो कि हमेशा टॉयलेट्स से खेलता रहता था। वह टॉयलेट को अपनी छड़ी में लपेटकर घूमता था। उस करैक्टर को देखकर मेरे दिमाग में कुछ ऐसा ही करने का विचार आया था।” इस रेस्टोरेंट के पहले डाओ मिंग ने एक आइस-क्रीम की दुकान को भी इसी थीम पर शुरु किया था जिसके मशहूर होने के बाद उन्होंने इस रेस्टोरेंट को शुरू किया।
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रेस्टोरेंट के मेनू:
इस रेस्टोरेंट के मेनू में हर प्रकार के देशी-विदेशी पकवानों को शामिल किया गया है। इसमें कुछ ऐसे फ़ूड आइटम्स भी हैं जिन्हे मानव मल के रंग-रूप में तैयार किया जाता है। मजे कि बात यह कि यहाँ आने वाले लोग बड़े शौक से इन पकवानों का आनंद लेते हैं और इनके साथ सेल्फी लेना नहीं भूलते हैं। इस रेस्टोरेंट की प्रसिद्धि का अंदाजा बस इतने से ही लगा सकते हैं कि एक समय हॉन्ग-कॉन्ग सहित 19 स्थानों पर इस रेस्टोरेंट का संचालन हो रहा था।
रेस्टोरेंट से जुड़ी एक अजीब दास्ताँ:
सामान्यतः इस रेस्टोरेंट की विशेषता के अनुरूप लोग यहाँ टॉयलेट सीट के आकार में बने कुर्सियों पर बैठकर अपने-अपने खानों का मजा लेते हैं। परन्तु हॉन्ग-कॉन्ग स्थित इस रेस्टोरेंट में डिनर के लिए आया एक मेहमान पूरी तरह कन्फ्यूज्ड हो गया और खाना-खाने वाले टॉयलेट सीट पर ही शौच कर दिया जिस कारण 2 सप्ताह के लिए इस रेस्टोरेंट को बंद करना पड़ा था।
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