आप सभी साउथ इंडियन फिल्मों के बहुत शौक़ीन होंगे और इन फिल्मों को ढूंढ-ढूंढ कर देखते होंगे। साउथ इंडियन फिल्मों के डबिंग और यूट्यूब पर अपलोड किये जाने से हिंदी भाषी राज्यों में साउथ इंडियन फिल्मों की पहुँच बहुत अधिक मात्रा में बढ़ गई है। अब इन फिल्मों के कारण ही हिंदी भाषी राज्यों के दर्शक साउथ इंडियन एक्टर्स के बड़े प्रशंसक हो गए हैं। तो चलिए आज इसी कड़ी में आपको रूबरू करवाते हैं साउथ इंडिया के सुपर स्टार महेश बाबू से।
कौन हैं महेश बाबू?
महेश बाबू तेलुगु सिनेमा के एक बड़े अभिनेता हैं जिन्हे “तेलुगु सिनेमा के राजकुमार” उपनाम से भी जाना जाता है। मुरारी (Murari), ओक्कडु (Okkadu), अथाडु (Athadu), पोकिरी (Pokiri), खलेजा (Khaleja), दुकुड़ू (Dookudu), श्रीमानथुडु (Shrimanthudu) इत्यादि फ़िल्में महेश बाबू को तेलुगु सिनेमा के साथ-साथ पुरे भारत और देश-दुनिया में वो प्रसिद्धि दिलाई है जिनके वो हकदार हैं। महेश बाबू एक सफल अभिनेता के साथ-साथ फिल्म प्रोड्यूसर, निर्देशक, सामाजिक कार्यकर्ता इत्यादि की भूमिका भी बखूबी निभाते हैं।
प्रारंभिक जीवन (Early Life):
महेश बाबू का जन्म 9 अगस्त 1975 को मद्रास, तमिलनाडु में हुआ था। इनके पिता का नाम कृष्णा और माता का नाम इंदिरा देवी है। इनके पिता कृष्णा तेलुगु सिनेमा के बड़े अभिनेता थे। महेश बाबू तेलुगु भाषी परिवार से थे जबकि उनका पालन-पोषण चेन्नई में उनकी नानी के देख-रेख में हुआ। महेश बाबू अपने 5 भाई-बहनों में चौथे स्थान पर हैं तथा उनसे छोटी उनकी एक बहन हैं जिनका नाम प्रियदर्शनी है। महेश बाबू के बड़े भाई का नाम रमेश बाबू है जबकि उनकी बड़ी बहनों का नाम पदमावती और मंजुला है।
फ़िल्मी करियर:
वैसे तो महेश बाबू के फ़िल्मी करियर की शुरुआत साल 1979 में 4 साल की उम्र में फिल्म नीदा (Needa) से हुई थी परन्तु उन्होंने बतौर लीड एक्टर साल 1999 में तेलुगु फिल्म राजा कुमारूडू से अपने एक्टिंग करियर को शुरू किया था। इस फिल्म में उनके साथ बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री प्रीति जिंटा थीं। इस फिल्म ने परदे पर कमाल दिखाया और महेश बाबू को तेलुगु सिनेमा के लिटिल प्रिंस का ख़िताब मिल गया।
महेश बाबू को अपने करियर में बहुत सी फिल्मों ने आसमान की ऊंचाइयों से रूबरू करवाया तो बहुत सी फिल्मों ने जमीन से जुड़े रहना भी सिखाया। महेश बाबू की कुछ फ़िल्में जैसे अथाडु (Athadu), पोकिरी (Pokiri), अथिडी (Athidi) इत्यादि ने उन्हें सिनेमा के दुनिया में नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया वहीँ उनकी कुछ फ़िल्में जैसे नानी (Naani), सैनिकुडु (Sainikudu) ने उन्हें फ्लॉप फिल्मों का दर्द दिया।
साल 2012 में फिल्म दुकुड़ू (Dookudu) के लिए उन्हें नंदी अवार्ड्स में बेस्ट एक्टर के सम्मान से सम्मानित किया गया। 61वें फिल्मफेयर अवार्ड्स साउथ में उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड फॉर बेस्ट एक्टर-साउथ से सम्मानित किया गया।
परिवार:
महेश बाबू एक फ़िल्मी परिवार से सम्बन्ध रखते हैं। इनके पिता कृष्णा तेलुगु सिनेमा के बड़े सुपरस्टार थे जिन्होंने करीब 350 फिल्मों में काम किया था। इनकी माता का नाम इंदिरा देवी है। महेश बाबू अपने 5 भाई-बहनों में चौथे नंबर हैं। महेश बाबू की पत्नी का नाम नम्रता शिरोडकर है जिनसे उनकी मुलाकात फिल्म वामसी की शूटिंग के दौरान हुई थी। वामसी के शूटिंग के दौरान ही महेश बाबू और नम्रता शिरोडकर ने एक-दूसरे को डेट करना शुरू कर दिया था।
10 फ़रवरी 2005 को महेश बाबू और नम्रता शिरोडकर ने मुंबई के मैरियट होटल में शादी कर ली। इन दोनों से दो बच्चे एक बेटा और एक बेटी हैं। महेश बाबू के बेटे का नाम गौतम कृष्णा वहीँ उनकी बेटी का नाम सितारा है।
सामाजिक सहयोग:
महेश बाबू एक सफल अभिनेता होने के साथ-साथ एक अच्छे व्यक्तित्व के स्वामी भी हैं। एक रिपोर्ट्स के अनुसार महेश बाबू अपनी आय का लगभग 30 प्रतिशत सामाजिक कार्यों में लगा देते हैं। समय-समय पर सामाजिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने बड़ी राशि दान की है। ऐसा भी कहा जाता है कि महेश बाबू के बहुत से ऐसे सामाजिक कार्य है जो उनके द्वारा गुप्त रूप से किये जाते हैं।
महेश बाबू ने अपनी फिल्म Bharat Ane Nenu से प्रभावित होकर दो गाँवों को गोद भी लिया है जिनमे एक गाँव बुरीपलेम है जो कि उनके पिता कृष्णा का पैतृक गाँव है। दूसरे गाँव का नाम सिद्धपुर है जो कि तेलंगाना राज्य में स्थित है।
उपलब्धियां:
महेश बाबू अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रसिद्धि कायम किये हुए हैं। साल 2013 में उन्हें Time मैगज़ीन के ’50 Most Desirable Men in India’ लिस्ट में प्रथम स्थान पर नामित किया गया था। महेश बाबू साल 2012 के Forbes India के सबसे अमीर सेलिब्रिटी के लिस्ट में 31वें स्थान पर काबिज थे।
साल 2019 में महेश बाबू की वैक्स की प्रतिमा सिंगापुर के मैडम तुसाद म्यूजियम में लगाई गई थी। महेश बाबू तेलुगु सिनेमा के पहले अभिनेता हैं जिनकी वैक्स प्रतिमा मैडम तुसाद म्यूजियम में लगाई गई है।