सुशांत सिंह राजपूत मौत केस का इन्वेस्टीगेशन अब अपना रास्ता भुलकर बॉलीवुड की गलियों में भटक गया है। पिछले महीने भर से नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो ड्रग्स केस के ही जाँच-पड़ताल में उलझा हुआ है जिससे मुख्य मुद्दा अब पीछे छूट गया है। कुछ ऐसा ही कहना है सुशांत सिंह राजपूत केस में उनके पिता के वकील विकास सिंह का। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मुंबई पुलिस व्यवहार कर रही थी ठीक उसी प्रकार अब सीबीआई और एनसीबी भी मुख्य मुद्दे से भटककर बॉलीवुड सेलिब्रिटीज को फैशन परेड कराने में लगी है।
सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने आगे कहा कि जब इस केस की आरोपी रिया चक्रवर्ती स्वीकार कर रही हैं कि उन्होंने ड्रग्स ख़रीदा है तो वह अभियुक्त हैं। रिया कह रहीं है कि वह सुशांत के लिए ड्रग्स खरीदती थीं लेकिन उनके इस बात पर कैसे यकीन किया जा सकता है कि सुशांत जान-बूझकर ड्रग्स लेते थे या रिया उन्हें किसी और माध्यम जैसे चाय, कॉफ़ी में डालकर देती थी।
उन्होंने आगे कहा कि जब एम्स के एक डॉक्टर ने सुशांत सिंह राजपूत के फोटोज देखकर कहा था कि ये आत्महत्या नहीं हो सकता तो सीबीआई अब तक एम्स के डॉक्टर्स के टीम से मिली क्यों नहीं। उन्होंने अभी तक इस केस को मर्डर के केस रूप में भी दर्ज नहीं किया है।
गौरतलब हो कि जब से सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुई है तभी से जाँच का सिलसिला शुरू हो गया था लेकिन अभी तक पुलिस, सीबीआई या एनसीबी कोई भी किसी नतीजे तक नहीं पहुँच पाया है। सुशांत के मौत के बाद मुंबई पुलिस ने इसे सामान्य आत्महत्या के रूप में लिया और अपनी जांच-पड़ताल उसी के आसपास जारी रखी लेकिन जब सुशांत के पिता द्वारा रिया चक्रवर्ती के खिलाफ पटना में एफआईआर दर्ज करवाया गया तब पटना पुलिस जाँच शुरू की लेकिन BMC द्वारा पटना पुलिस को क्वारंटाइन करने के बाद पटना पुलिस भी किसी नतीजे तक नहीं पहुँच पाई। उसके बाद यह मामला सीबीआई तक गया और इसमें ड्रग एंगल मिलने पर करीब महीने भर से एनसीबी ड्रग के आसपास ही भटक रही है लेकिन अभी इस केस में कुछ ख़ास उपलब्धि हासिल नहीं हुई है।