हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव संपन्न हुए हैं जिसमे डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बिडेन की जीत हुई है और वह अब अमेरिका के नए राष्ट्रपति होंगे। इस चुनाव में हार का सामना करने वाले डोनाल्ड ट्रम्प अपने हार के बाद ईरान पर हमला करना चाहते थे।
क्यों चाहते थे हमला करना?
पिछले कुछ सालों में ईरान में परमाणु भंडार में बहुत बढ़ोतरी हुई है जो कि डोनाल्ड ट्रम्प को स्वीकार्य नहीं है। अतः डोनाल्ड ट्रम्प ईरान के परमाणु भंडारों पर हमला कर उसे नष्ट कर देना चाहते थे। इसके अलावा ईरान ने अमेरिका के एक ड्रोन विमान को मार गिराया था जिसका बदला भी वह इस हमले के द्वारा लेना चाहते थे।
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क्यों इस कदम से पीछे हट गए?
इस बारे में उन्होंने अपने सहयोगियों उपराष्ट्रपति माइक पेन्स, रक्षामंत्री क्रिस्टोफर मिलर और जॉइंट चीफ ऑफ़ स्टाफ मिली मार्क से सलाह मशविरा किया। उन लोगों ने डोनाल्ड ट्रम्प को सलाह दिया कि यदि ऐसा किया गया तो ईरान और अमेरिका के बीच कड़वाहट और बढ़ जाएगी। अतः डोनाल्ड ट्रम्प अपने फैसले से पीछे हट गए।
अमेरिका का ईरानी सेना अधिकारी पर हमला
इसी साल 3 जनवरी 2020 को अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरानी सेना के सर्वोच्च अधिकारी कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी, जिसके बाद से दोनों देशों के आपसी रिश्ते बहुत अधिक ख़राब हो गए हैं।
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