भारत और चीन के बीच सीमा विवाद बहुत पुराना है लेकिन अभी हाल ही में गलवान घाटी की घटना के बाद भारत और चीन के संबंधों में कड़वाहट बढ़ी है। गलवान घाटी की घटना के बाद से दोनों देश बातचीत के रास्ते इस मुद्दे को सुलझाना चाहते हैं लेकिन चीनी सेना के जिद्दी रवैये के कारण इसमें कठिनाई आ रही है। अभी हाल ही में भारत के चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने कहा कि लद्दाख में चीनी अतिक्रमण के खिलाफ हमारे पास सैन्य विकल्प भी मौजूद है अर्थात यदि इस मुद्दे का हल बातचीत से नहीं निकला तो हम सेना का भी प्रयोग कर सकते हैं।
CDS Bipin Rawat |
जनरल बिपिन रावत का यह बयान चीन को इतना बुरा लगा कि उसने अपने सरकारी अखबार The Global Times में अपनी नाराजगी दर्ज कराते हुए लिखा कि
- भारत को भारतीय सेना और चीनी सेना में अंतर समझना चाहिए। भारतीय सेना द्वारा सीमा पर टैंक और सैन्य साजो-सामान इकठ्ठा किये जा रहे हैं जो कि ठीक नहीं है।
- भारत, चीन के साथ बातचीत में लाभ उठाने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहा है।
- यह बयानबाजी भारतीय सेना द्वारा अपने सरकार से सैन्य खर्चे बढ़ाने के लिए की जा रही है, अन्यथा भारत कभी भी चीन के साथ युद्ध जैसी स्थिति में नहीं पड़ना चाहेगा।
- इस समय भारत को अपनी अर्थव्यवस्था सुधारने और कोरोना से निपटने के उपायों के बारे में सोचना चाहिए ना कि युद्ध जैसी स्थिति खड़ा करने के बारे में।
- भारत चाहे जितनी बयानबाजी कर ले लेकिन चीन के साथ सैन्य संघर्ष में पड़ना उसके लिए भारी नुकसानदेह साबित हो सकता है।
- चीन भारत के साथ किसी भी सैन्य संघर्ष में नहीं पड़ना चाहता। दोनों देशों के पास बातचीत के रास्ते खुले हैं, हमे बातचीत से मुद्दे को सुलझाने पर जोर देना चाहिए।
- भारत आने वाले समय में वैश्विक नेताओं को मिलाजुला कर चीन के खिलाफ खड़ा करना चाहता है लेकिन भारत को कभी भी परमाणु संपन्न चीन के साथ सैन्य विवाद में नहीं पड़ना चाहिए।
- भारत, अमेरिका के चीन विरोधी रणनीति का हिस्सा बनकर ठीक नहीं कर रहा है।
- भारत और चीन दोनों पड़ोसी देशों को आपसी मेलजोल बढाकर रहना चाहिए ना कि सैन्य संघर्ष में पड़ना चाहिए।
कोरोना प्रकोप फैलने के बाद विश्व के अधिकतर देशों द्वारा चीन को अलग-थलग किये जाने के उपरांत चीन की बौखलाहट और बढ़ी ही है। वैश्विक व्यापार में कमी और तरह-तरह के लग रहे बैन से कहीं ना कहीं चीन की अर्थव्यवस्था को भारी-भरकम नुकसान उठाना पड़ा है।इसलिए वह अपने सरकारी अखबार में इस तरह के लेख छाप कर भारत पर दबाब बनाने का प्रयास कर रहा है।
About China-
- चीन का पूरा नाम People’s Republic of China (PRC) है।
- दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है।
- चीन की राजधानी बीजिंग है।
- चीन का सबसे बड़ा शहर शंघाई है।
- चीन की मुद्रा (Currency) रॅन्मिन्बी हैं।
- चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग हैं।
- वर्ष 1962 में चीन और भारत में युद्ध हुआ था।