इंसान एक स्वतंत्र देश, राज्य, नगर, शहर और गाँवों में पूरी आजादी और सुरक्षा के साथ जीवन यापन कर लेता है लेकिन जब उसी देश, राज्य, नगर, शहर और गाँवों में महिला सुरक्षा की बात आती है तो यहाँ पर स्थिति कहीं ना कहीं अलग हो जाती है। चाहे कोई भी देश, शहर, या गाँव हो लेकिन महिला सुरक्षा अभी भी एक चुनौती बना हुआ है। हमारी माताएं, बहनें जब भी घर से बाहर कहीं जाती हैं तो हमे उनकी सुरक्षा की फिक्र लगी रहती है।
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पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की घटनाओं में वृद्धि ही हुई है सुधार की संभावना तो अभी कोसों दूर है। वर्ष 2018 की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर 15 मिनट पर एक महिला का बलात्कार होता है। इन घटनाओं पर रोक हेतु केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों द्वारा अलग-अलग कानून बनाए गए हैं। अब इसी दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक मिशन की शुरुआत की गई है जिसका नाम है “मिशन दुराचारी”।
क्या है मिशन दुराचारी-
मिशन दुराचारी के अंतर्गत अब यदि कोई भी मनचला किसी भी महिला के साथ दुर्व्यवहार करते पकड़ा जाता है तो उसको कानूनन सजा देने के बाद उसकी तस्वीर शहर के सार्वजनिक स्थलों पर लगा दी जाएगी जिससे कि इस तरह की घटनाओं में कमी आ सके। ठीक इसी तरह की कार्यवाई CAA/NRC विरोध प्रदर्शन के दौरान भी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई थी। उस समय भी दंगाइओं की तस्वीर शहर के सार्वजनिक स्थलों लगाईं गई थीं। हालाँकि हाई कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें हटाना पड़ा था।
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मिशन दुराचारी से सम्बंधित निम्न बिंदु-
- इसके तहत महिला पुलिसकर्मियों को जिम्मेदारी दी जाएगी।
- महिला पुलिस कर्मी ही ऐसे मनचलों को सबक सिखाएंगी.
- मनचलों की सहायता करने वाले व्यक्तियों के नाम और तस्वीर भी सार्वजनिक किये जायेंगे।
- मिशन दुराचारी के अंतर्गत पहले से चल रहे रोमियो स्क्वाड की तर्ज पर कार्यवाई की जाएगी।
- अगर किसी भी महिला के साथ कोई दुराचार या दुर्व्यवहार होता है तो सम्बंधित थाना इंचार्ज, सीओ और बीट इंचार्ज जिम्मेदार होंगे।