भारत में यदि कोई लड़का या लड़की देश की सबसे बड़ी परीक्षा आईएस (IAS) की परीक्षा को पास कर लेते हैं तो उस परीक्षार्थी के पुरे क्षेत्र ही नहीं बल्कि उसके पुरे जिले और देश में उसका नाम रोशन हो जाता है कि फलां व्यक्ति के बेटे या बेटी ने आईएएस की परीक्षा पास कर ली है। वह अपने पुरे क्षेत्र में बड़े ही सम्मान की नज़रों से देखा जाता है और नए परीक्षार्थी उसे अपना रोल मॉडल मानने लगते हैं।
लेकिन सोचो, यदि आपको पता चले कि अपने देश में एक ऐसा भी गाँव है जहाँ से अभी तक कुल 50 से ज्यादा आईएएस और आईपीएस अफसर बने हैं और देश सेवा में लगे हैं तो उनके क्षेत्र और जिले में बाकि परीक्षार्थियों को कितना प्रेरणा मिलती होगी।
माधोपट्टी गाँव:
आज हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के अंतर्गत आने वाले गाँव माधोपट्टी की, जहाँ से अब तक 50 से अधिक आईएएस और आईपीएस अफसर बन कर निकले हैं। इतना ही नहीं इस गाँव से देश-दुनिया की दूसरी बड़ी संस्थाओं जैसे इसरो, भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर, वर्ल्ड बैंक इत्यादि में भी लड़के-लड़कियों ने अपना धाक जमाया है। इस गाँव की बहुएं भी देश-सेवा में लगी हुई हैं।
गाँव की स्थिति:
इस गाँव में कुल 75 घर हैं। गाँव में अधिकतर राजपूत वर्ग के लोग रहते हैं। इस गाँव से बहुत अधिक अफसरों का सम्बन्ध होने के बावजूद भी यहाँ के लोग खेती-किसानी में लगे रहते हैं। हालाँकि इतने अधिक अफसरों का इस गाँव से सम्बन्ध होने के बावजूद भी इस गाँव की हालत में बहुत अधिक सुधार नहीं हो पाया है।