तख्ता पलट एक ऐसी घटना है जो यदि किसी देश में घटित हो जाए तो उस देश में पूरी तरह अव्यवस्था फ़ैल जाती है. तख्ता पलट के द्वारा मौजूदा सरकार को एक समूह या सेना द्वारा असंवैधानिक तरीके से हटा दिया जाता है. दुनिया के अनेक देशों में अनेक बार तख्तापलट की घटनाएँ हो चुकी हैं परन्तु इसके विपरीत कुछ ऐसे भी देश हैं जहाँ एक बार लोकतंत्र स्थापित होने के बाद अभी तक तख्तापलट नही हुआ है. भारत में भी लोकतंत्र स्थापित होने के बाद आज तक तख्तापलट की एक भी घटना नही हुई है लेकिन भारत के कई पड़ोसी देशों में अनेक बार तख्तापलट की घटनाएँ घटित हो चुकी है.
भारत के कुछ पड़ोसी देश जिनमे तख्तापलट की घटनाएं हुई हैं.
अफ़ग़ानिस्तान-
अफ़ग़ानिस्तान भारत के उत्तर पश्चिम में बसा एक देश है. इस देश में पहली बार वर्ष 1919 ई. में तख्तापलट हुआ था उसके बाद, यहाँ वर्ष 1990 तक कुल 10 बार तख्तापलट हो चुका है.
पाकिस्तान-
पाकिस्तान, भारत का सबसे निकट पड़ोसी है और एक समय यह भारत का ही अंग था. भारत और पाकिस्तान दोनों वर्ष 1947 में अस्तित्व में आए. अपने आजादी के बाद से जहाँ एक तरफ भारत में लोकतंत्र व्यवस्था आज तक कायम है वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान में वर्ष 1951 से लेकर अब तक कुल 6 बार तख्तापलट हो चुका है. आखिरी बार वर्ष 1999 में पाकिस्तान में तख्तापलट हुआ था.
बांग्लादेश-
बांग्लादेश, भारत के मुख्य भूभाग के पूर्वी छोर पर स्थित है. बांग्लादेश वर्ष 1975 में पाकिस्तान से अलग होकर एक स्वतंत्र देश के रूप में स्थापित हुआ था. अपनी स्वतंत्रता के बाद से बांग्लादेश में कुल 7 बार तख्तापलट हुआ है. वर्ष 2011 में भी बांग्लादेश में तख्तापलट कर शेख हसीना सरकार को गिराने का प्रयास किया गया था लेकिन यह असफल रहा था.
म्यांमार-
म्यांमार, भारत के सबसे पूर्वी छोर पर स्थित देश है. म्यांमार में भी हमेशा से राजनीतिक अस्थिरता रही है. यहाँ लोकतंत्रीय व्यवस्था कभी भी लम्बे समय तक टिक कर नही रहा है. म्यांमार में अब तक कुल 4 बार तख्तापलट की घटना घटित हो चुकी है. मौजूदा समय वर्ष 2021 में म्यांमार में तख्तापलट कर ‘औंग सां सू कई’ सरकार को गिरा दिया गया है.
चीन-
चीन एक प्रगतिशील, लोकतान्त्रिक देश है लेकिन चीन में भी अभी तक कुल 19 बार तख्तापलट की घटना घट चुकी है. चीन में आखिरी बार तख्तापलट की घटना वर्ष 1936 में घटित हुई थी.