फुटबॉल के मैच का नाम सुनकर हमारे दिमाग में एक फुटबॉल और अलग अलग रंग बिरंगी जर्सी में उसके आगे पीछे दौड़ते भागते खिलाड़ियों के साथ साथ स्टेडियम में बैठे दर्शकों का दृश्य सामने आता है। सामान्यतः फुटबॉल मैच के खिलाड़ी अपना अपना लक्ष्य लेकर खेलते है जैसे कि गोलकीपर ज्यादा से ज्यादा गोल रोकना चाहता है, स्ट्राइकर ज्यादा से ज्यादा गोल मारना चाहता है, डिफेंडर ज्यादा से ज्यादा गोल अपने साइड जाने से बचाना चाहता है और भी अन्य सभी खिलाड़ियों का अपना अलग अलग काम होता है।
लेकिन क्या कभी आपने सुना है कि फुटबॉल मैच हो रहा है, उसमे फुटबॉल भी है, खिलाड़ी भी हैं पर खिलाड़ियों के शरीर पर एक भी जर्सी नहीं है अर्थात सभी के सभी खिलाड़ी बिना कपड़े के पूरी तरह नंगे मैच खेल रहें हैं। सब फुटबॉल खेल तो रहें हैं पर उनका लक्ष्य गोल बचाना नहीं हैं, उनका लक्ष्य गोल मारना नहीं है बल्कि उनका लक्ष्य तो लोगों का, पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना है।
सुनने और पढ़ने में थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन यह बात सौ प्रतिशत सही है। जर्मनी के एक शहर Oer-Erkenschwick में दो फुटबॉल टीमों ने नंगे होकर पूरा फुटबॉल मैच खेला। उनका यह फुटबॉल मैच मनोरंजन के लिए नहीं था बल्कि फुटबॉल में बढ़ते धन के प्रभाव और भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए था। यह तरीका अजीब लग सकता है पर उन्हें लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए इससे अच्छा कोई तरीका नहीं सूझा।
इस मैच में खिलाड़ी केवल जूते और मोजे पहने हुए थे ताकि अलग अलग टीम के खिलाड़ियों की पहचान हो सके। सभी खिलाड़ियों का जर्सी नंबर उनके पीठ पर पेंट से लिखा हुआ था।
यह पहली बार नहीं है जब किसी बुराई, भ्रष्टाचार, अत्याचार और अन्य के खिलाफ ध्यान खींचने के लिए लोगों इस रास्ते को अपनाया है। इसके पहले भी बहुत बार इस तरीके को अपनाया जा चुका है और लोगों को अपनी बात दुनिया के सामने रखने में सफलता भी मिली है।