कहा जाता है अगर सच्ची लगन और मेहनत से इंसान किसी कार्य को करें तो सफलता उसे अवश्य मिलती है फिर वह इंसान शिक्षित है, कम शिक्षित है या नहीं शिक्षित है, कोई मायने नहीं रखता है। इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं एमडीएच मसाले के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बल पर दुनिया को वो कर दिखाया जो दुनिया के किसी बड़े यूनिवर्सिटी से डिग्री हासिल किये व्यक्ति के बस की भी बात नहीं।
3 दिसम्बर 2020 को महाशय धर्मपाल गुलाटी जी का 97 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने अपने व्यवसाय को एकदम शून्य से शुरू करके वहां तक पहुंचा दिया जहाँ तक अंदाजा लगाना भी मुश्किल लगता है। वर्ष 2017 में एफएमसीजी सेक्टर में 21 करोड़ रूपये सैलरी लेकर वह भारत के सबसे अधिक सैलरी लेने वाले सीईओ बने थे।
अब अगर उनके शिक्षित होने की बात की जाए तो आपको जानकर बहुत हैरानी होगी कि वह 5वीं कक्षा में ही अपनी पढाई छोड़ दिए थे। इनका जन्म पाकिस्तान के सियालकोट में हुआ था 1947 में विभाजन के बाद वह भारत आ गए थे। सबसे पहले उन्होंने दिल्ली में एक तांगा खरीदकर उसे चलाना शुरू किया था उसके बाद उन्होंने तांगा बेचकर अपने पुश्तैनी मसालों की एक दुकान डाल ली। फिर उनके मेहनत और काबिलियत के बल पर यह व्यवसाय चल निकला और दुबारा उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
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