एम.ए.यूसुफ अली एक ऐसा नाम जो बिजनेस के साथ-साथ मानवता में भी सबसे ऊंचे स्थान पर विराजमान हैं यूसुफ अली को बिजनेस से ज्यादा लोग उनके द्वारा किए गए सराहनीय कार्य से जानते हैं।
एम.ए. यूसुफ अली 15 नवंबर 1955 को केरल के त्रिसूर जिले में पैदा हुए। वहीं से इन्होंने एमबीए किया और वर्ष 1973 में संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी चले गए।
अबू धाबी में पहले से ही इनके चाचा एम.के. अब्दुल्लाह अपना बिजनेस चलाते थे और लुलु ग्रुप की स्थापना भी उन्ही के द्वारा की गई थी। यूसुफ अपने चाचा के साथ ही उनके बिजनेस में लग गए और धीरे-धीरे इन्होंने भी बिजनेस के बारीकियों को सिख लिया।
अरब में जब सुपरमार्केट चलन में आया तब इन्होंने 1990 में लुलु हाइपरमार्केट लॉन्च कर दिया और धीरे-धीरे पुरे आबूधाबी में इनका बिजनेस बड़े पैमाने पर फैल गया।
वर्तमान समय में लुलु ग्रुप के अंर्तगत करीब 40,000 से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहें हैं जिनमे 25,000 कर्मचारी भारतीय मूल के हैं। लुलु समूह कुवैत, ओमान, यमन, सऊदी अरब, इजिप्ट, केन्या, भारत सहित करीब 37 देशों में काम कर रहा है। यूसुफ अली की कुल नेटवर्थ 4.9 बिलियन डॉलर से अधिक की है।
एम.ए. यूसुफ अली अपने बिजनेस के साथ-साथ अपने परोपकारी कार्यों के लिए भी पूरे दुनिया में प्रसिद्ध हैं। इनके द्वारा गाजा और नेपाल में कई विद्यालयों को गोद लिया गया है। इन्होंने अनेक मौकों पर दुनिया के लोगों को मदद पहुंचाई है। केरल में बाढ़ पीड़ितों के लिए इनके द्वारा व्यापक मदद पहुंचाया गया था।
हाल ही में इन्होंने एक भारतीय नागरिक जिसे कि संयुक्त अरब अमीरात में मौत की सजा मिली थी उसे बचाने के लिए 1 करोड़ रुपए की ब्लड मनी देकर उसे नया जीवन दान दे दिया।