मौजूदा वर्चुअल दुनिया में सभी चीजें ऑनलाइन होने से लोगों का जीवन बहुत अधिक आसान हो गया है। सभी जरूरी सुविधाएं एक क्लिक पर लोगों को मिल जा रही है। लोगों के मनोरंजन के लिए भी तरह तरह के ऐप प्ले स्टोर और अन्य वर्चुअल दुनिया में मौजूद हैं जिनके रहते लोगों को बाहर जाने की जरूरत नहीं है। लेकिन इसके साथ ही साथ अनेक नई चुनौतियां भी अब लोगों के सामने खड़ी हो गई हैं जिनसे खुद को बचा पाना उतना आसान नहीं है। इनमे सबसे बड़ी चुनौती अपने व्यक्तिगत जानकारियों को दुनिया के सामने सार्वजनिक होने से बचाना है।
अतः दुनिया के अनेक देश अब अपने लोगों की व्यक्तिगत जानकारियों को सुरक्षित रखने हेतु तरह तरह के कदम उठा रहें है और तरह तरह के ऐप्स और वेबसाइट्स पर बैन लगा रहें हैं। सबसे ज्यादा असुरक्षा की स्थिति चीनी एप्स से हैं जिनपर हमेशा यूजर के व्यक्तिगत जानकारी चुराने का आरोप लगता रहता है। भारत द्वारा अभी कुछ महीने पहले ही टिक टॉक और PUBG सहित लगभग 200 एप्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। अब अमेरिका ने भी चीनी ऐप टिक टॉक और वी चैट पर रोक लगाने की पूरी तैयारी कर ली है।
खबर है कि अमेरिका, चीनी ऐप टिक टॉक और वी चैट पर अगले 24 घंटों में बैन लगा देगा। इस बैन के बाद इन एप्स को प्ले स्टोर सहित अन्य सभी प्लेटफार्म से हटा दिया जाएगा। हालांकि को वहां के यूजर्स टिक टॉक को 12 नवंबर तक यूज कर सकेंगे। उसके बाद वह पूरी तरह बैन कर दिया जाएगा। अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय के हवाले से ख़बर है कि अगस्त माह में ही इस बैन से संबंधित आदेश पर प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने हस्ताक्षर कर दिए थे और अमेरिकी कारोबारियों को अगले 45 दिनों में चीनी एप्स के साथ अपने काम खत्म कर लेने की सूचना भी दे दी गई थी।
इस बैन के खिलाफ टिक टॉक भी कानूनी कार्यवाही करने के मूड में है और कहा कि हम इस अन्यायपूर्ण निर्णय के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे। अमेरिका में टिक टॉक पर से बैन हटने का एक मात्र रास्ता बचा है कि यदि टिक टॉक का डील अमेरिकी कंपनी ओरेकल से हो जाता है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मंजूरी मिल जाती है तो यह बैन टल सकता है।